वर्षों से कुमारी आसव का इस्तेमाल आयुर्वेदिक उपचारों के लिए किया जाता रहा है। इस के विभिन्न स्वास्थ्य लाभ हैं । इसे कुमारी यानि एलोवेरा से तैयार किया जाता है। यह लीवर की समस्याओं, अस्थमा, बवासीर और मानसिक रोगों से संबंधित समस्याओं के इलाज में उपयोगी है। यह पाचन से संबंधित समस्याओं और रजोनिवृत्ति से जुड़े लक्षणों के इलाज में भी सहायक है।
आयुर्वेद में इसे भूख बढ़ाने वाला और अच्छे पाचन गुणों के कारण पाचन के लिए लाभकारी माना जाता है। ये वात और कफ को संतुलित रख के मूत्र और श्वसन रोगों के साथ ही अस्थमा में भी फायदेमंद है।
कुमारी आसव में गुड भी होता है जो रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, यदि आप मधुमेह की दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें।
इस में एलोवेरा, अदरक, कालीमिर्च, पिप्पली, लौंग, दालचीनी, इलायची, तेजपत्ता, नागकेसर, चित्रक, विदंगा, धनिया, नागरमोथा, गुड़, शहद जैसे कई आयुर्वेदिक तत्व शामिल होते हैं ।